Why anything is priced at ₹ 1 (कोई भी सामान का ₹1 कीमत क्यों रखा जाता है) | GAMESKILLS

Koi bhi product ka Kimat Rs.1 kyu rakha jata jai Aur kb rakha jata hai.
Why anything is priced at ₹ 1 (कोई भी सामान का ₹1 कीमत क्यों रखा जाता है) | TOPOFFER
कोई भी सामान का ₹1 कीमत क्यों रखा जाता है आखिर इसके पीछे का रीजन क्या है कारण क्या होता है जिसके कारण से ₹1 इसका प्राइस रखा जाता है।
हेलो दोस्तों आप सभी का स्वागत करता हूं। तो दोस्तों हम लोग आज यहां पर बात करने वाले हैं कि कोई भी सामान का कीमत ₹1 क्यों रखा जाता है और कब रखा जाता है? जैसे कि आप लोगों को देखने को मिलता होगा। कहीं ऐसी जगह है कई ऐसी वेबसाइट है जहां पर आपको ₹1 का कोई प्रोडक्ट देखने को मिलता है जो कि सिर्फ ऑफर होता है तभी के लिए देखने को मिलती है। तो आखिर क्यों रखी जाती है और कब रखी जाती है तो चलिए इसी के बारे में डिटेल्स में बातें करने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
 
1ST REASON
आपको बता दें कि कोई भी सामान का कीमत ₹1 अगर रखा जाता है। तो इसके पीछे सेलर को 2 बड़े फायदे रहते हैं। पहला यह होता है कि किसी सामान कि अगर प्राइस ₹1 कम करने पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है और अगर ग्राहक को सामान को खरीदने के लिए आकर्षित भी होती है। जैसे मान लीजिए कि आपको कोई शर्ट या फिर कोई सामान आपको ₹1300 का मिल रहा है। अगर आप यहां ध्यान दे तो हम किसी नंबर को लेफ्ट राइट की तरफ रीड करते हैं ताकि उस नंबर की रेंज पता चल। सके कुछ लोग यहां शर्ट की कीमत को ₹1300 समझकर खरीदेंगे। तो कुछ लोग इसे ₹1200  की कीमत समझकर खरीदना चाहेंगे और सेलर दुकान को ऐसे ही लोगों को इंतजार रहता है और हम सभी को भी इसी टाइम का इंतजार रहता है तो यहां पर पहला कारण यह निकल जाता है कि या ग्राहक को मनोवैज्ञानिक तरीके से आकर्षित करने के लिए ऐसा किया जाता है जिससे कि जो भी ग्राहक जाए उसे खरीद ले।
2nd REASON
यहां पर दूसरा फायदा जो किस शहर को होता है। यहां पर बता दे कि अगर ₹1 कम प्राइस सेट करने से सैलरी को ही फायदा यहां पर भी होता है क्योंकि जब हम किसी ₹1 कम वाली यानी कि ₹999 का कोई भी सामान खरीदते हैं तो हम लोग ज्यादातर केस में हम ₹1 वापस ही नहीं लेते हम यह सोच कर छोड़ देते हैं कि इतने रुपए का सामान ले लिया है अब ₹1 वापस लेकर उसका क्या कर लेंगे। आखिर वह रुपए जाने ही दे देते हैं वहीं कुछ सेल और ₹1 के नाम पर पुअर क्वालिटी चॉकलेट पकड़ा देता है जैसा कि आप कोई भी बड़े मॉल में जाते तो आप वहां पर ₹1 के बदले में कोई भी चॉकलेट दे दिया जाता है। जिसे हम कभी कभी लेते भी नहीं है।
EXAMPLE
यहां पर हम आपको बता दें कि हमारे एक रुपए न लेने से ब्लैक मनी भी बढ़ती है। जैसे कि उदाहरण के लिए किसी कंे लिए किसी कंपनी के इंडिया में ₹200 और आउटलेट है और हर आउटलेट पर दिन में 100 ग्राहक अपना ₹1 वापस नहीं लेते। तो इस तरह से 1 साल में उस कंपनी को ₹7300000 की ब्लैक मनी जमा हो जाती है अगर हम जोड़े उसे ₹1 जोड़कर तो वह साल में ₹7300000 जमा हो जाती है। जो कि हम लोग इस पर ध्यान नहीं देते। इन रुपयों का किसी भी बुक माय अकाउंट में रिकॉर्ड नहीं होता। जो आप एक रुपए देते हैं उसका कहीं भी सबूत नहीं होता कि आप वहां ₹1 एक्स्ट्रा दिए हैं।
इस तरह से प्राइस चाहिए ऑनलाइन शॉपिंग साइट में भी होती है। हालांकि यहां पर पहला कारण ही काम करता है क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग साइट में किसी भी सामान की कीमत ₹1 होने से ग्राहक आकर्षित होते हैं लेकिन यहां पर दूसरा कारण काम नहीं करता क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग साइट में पूरा पेमेंट होता है यहां पर किसी भी तरह से ₹1 नहीं छोड़ते और हम लोग छोड़ने भी नहीं देते अगर ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो।
अब आप यहां पर जान गए होंगे कि किसी सामान की कीमत ₹1 कम या जैसे ₹99 rs.199 rs.999 ₹1099 क्यों रखी जाती है और आपको पता चल गया होगा कि ₹1 कम होने से ग्राहक का कोई फायदा नहीं होता। वहीं से दुकानदार को इससे 2 बड़े फायदे होते हैं। जो कि आप लोग ऊपर में पड़ चुके हैं जिससे कि वह जिसके पास सब समान खरीदने हैं। वह महीने में साल में मतलब कि 73 लाख रुपए जमा कर लेती है और हम लोगों को पता भी नहीं चलती।
तो दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी दोस्तों कमेंट में करके जरूर बताएगा। दोस्तों आप कहीं भी जाएं दुकानदार या फिर कोई भी मॉल यह सब में जाएं तो आप वहां पर से ₹1 वापस जरूर ले क्योंकि अगर ₹1 बंदा दिन में अगर 100 बंदा भी जाता है। तो आप सोच सकते हैं कि कितना उसके पास पैसा जमा हो सकता है  इसलिए आप जब भी जाए तो ₹1 वापस लेना ना भूले  अगर हो सके तो वापस लेवापस ले ले।

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